सुबह-सुबहयूपी विसघेरने पहुंचे किसान पुलिसनेरोका,कई किसान हिरासतमें

लगानकामास)। मुद्दों पर किसानों ने आज पूरे यूपी में आंदोलन का ऐलान किया है। लखनऊ में बुधवार को सुबह-सुबह किसान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों ने सरकार पर धावा बोल योगी आदित्यनाथ के उस बयान के दिया। करीब 4 बजे सैकड़ों किसान बीच धरना प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें विधानसभा के घेराव के लिए पहुंचे उन्होंने कहा था कि सरकार किसानों थे, लेकिन पुलिस ने पहले ही के गन्ना बकाया का पाई-पाई भुगतान बैरिकेडिंग कर रखी थी। पुलिस ने करेगी। जरूरत पड़ी तो बकायेदार किसानों पर पानी की बौछार छोड़कर मिलों को नीलाम तक कर देंगे। इन्हें काबू में करने की कोशिश की। मुख्यमंत्री ने 14 नवंबर को कहा था कई प्रदर्शनकारियों को बस में कि अगर किसी चीनी मिल ने भरकर दूर ले जाया गया। कई गलतफहमी पाली होगी कि किसानों किसानों को पुलिस ने हिरासत में भी के गत्रा मूल्य का भुगतान रोककर लिया। बता दें कि गन्ने का समर्थन स्वयं कमाई कर लेगा, तो ऐसा नहीं मूल्य बढ़ाने और पराली समेत कई होगा। गन्ना किसान वेफिकरहे।


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डीसीपी द्वारका जिला एन्टो अल्फोंस ने बताया कि सेक्टर चार की सड़क पर एक पांच सौ रुपये का नोट पड़ा था। इस नोट को देखने के बाद इलाके के लोग उसमें कोरोना वायरस होने की बात करने लगे।
बुध विहार में भी उड़ाई अफवाह दिल्ली के बुध विहार इलाके में शुक्रवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें एक शख्स इलाके के एक एटीएम से रुपये निकाल कर जा रहा था, तभी अनजाने में उसके रुपये नीचे गिर गए। उसे रुपयों के गिरने का पता ही नहीं चला और वह उन रुपयों को उठाए बिना ऐसे ही चला गया।
ऐसी घटनाएं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में बीते तीन-चार दिनों से बढ़ गई है। वहीं नोट में कोरोना होने की अफवाहों पर विराम देने के लिए पुलिस भी हर भरसक प्रयास कर रही है। दिल्ली पुलिस की तरफ से ऐसी अफवाहों से लोगों को बचने की अपील की गई है। लोगों से अफवाह फैलने पर तत्काल मामले की सूचना पुलिस को देने को कहा गया है।
इस सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई और उसने उस नोट को अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है। डीसीपी का कहना है कि शायद किसी के जेब से यह नोट गिर गया था, लेकिन उसे कोरोना वायरस से जोड़कर अफवाह उड़ा दी गई। फिलहाल पूरे मामले की जांच के बाद ही नोट के संबंध में कुछ बताया जा सकता है।
गोली मारो सालों को: हिंसा और घृणा का निर्माण