करवाचौथ काव्रतनहीं रखा,तलाक का व्रत भी नहीं रखती और उसके •बंदीनदाईएमएस)। परिवार के साथ दिवाली जैसे त्योहार झज्जर की एक पत्नी द्वारा शादी के भी नहीं मनाती थी। इतना ही नहीं जब बाद पति के खिलाफ झूठी पुलिस उसके दोस्त उसके घर आए तो पत्नी कंप्लेंट किए जाने को फैमिली कोर्ट ने ने उनको खाना देने से भी मना कर क्रुअल्टी माना और पति के फेवर में दिया। एकबार उसने आत्महत्या करने तलाक को डिक्री पारित की पत्नी की के फैसले में दखल की जरूरत नहीं है की भी कोशिश की है। उन्होने कहा कि ओर से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट और महिला की अजी खारिज की पति-पत्नी 2012 सेही अलग रहते हैं में अर्जी दाखिल कर इस फैसले को जाती है। इस मामले में पति की ओर से जिसके चलते पति ने 2014 में चुनौती दी गई। हाईकोर्ट ने पत्नी की पेश हुए वकील एस.के.यादव का शज्जर की फैमिली कोर्ट में अपनी और से दाखिल अर्जी को खारिज कहना है कि पति भारतीय वायुसेना में पत्नी से तलाक के लिए अजी लगाई। करते हुए फैमिली कोर्ट के फैसले को गुजरात में तैनात है। उनका विवाह इस दौरान पत्नी ने उसके व उसके बरकरार रखा है। आदेशों के मुताबिक मार्च 2011 में झज्जर की महिला से परिवार के खिलाफ पुलिस स्टेशन इस तरहसे झूठे क्रिमिनल केस करना हुआ था। इसके बाद वह अपने बेरी (झज्जर) में दहेज और अन्य न सिर्फ कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग परिवार को गुजरात ले जाना चाहता आरोप लगाते हुए एक केस भी दर्ज हैबल्कि पति के साथ प्रताड़ना है और था, मगर उसकी सास ने परिवार को करवादिया था। जिसमें वहबरी होगए कुअल्टी ग्राउंड पर पति के फेवर में साथ ले जाने नहीं दिया। पति ने क थे, जिस पर पति की दलीलों को सही तलाक की डिक्री पारित की जाती है। कि उसकी पत्नी ऋर स्वभाव की है, मानते हुए हाई कोर्ट ने फैमिली कोर्ट के हाईकोर्ट ने कहा कि निचली अदालत उसकी पत्नी उसके लिए करवाचौथ फैसले को बरकरार रखा है।
करवाचौथ काव्रतनहीं रखा,तलाक का व्रत भी नहीं रखती और उसके