चुनावों पर नजर रखने वाले संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्स (एडीआर) के अनुसार वर्ष 2009 में सिर्फ 2 लोकसभा सदस्य महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपों का सामना कर रहे थे, जिनकी संख्या 10 साल बाद 2019 में बढ़कर 19 हो गई। एडीआर रिपोर्ट के अनुसार इस अवधि में लोकसभा चुनाव में महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप का सामना कर रहे प्रत्याशियों की संख्या 38 से बढ़कर 126 हो गई है। यह 231 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। ऐसे आरोपों का सामना कररहे सांसदो/विधायकों की संख्या पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 16 है। इसके बाद ओडिशा और महाराष्ट्र में 12-12 सांसद/विधावक इस तरह के मामलों में आरोपी है। एडीआरकी रिपोर्ट में इस मामले परगहरी चिंता जताई गई है। रिपोर्ट में कहा कि माननीयों पर इस तरह के आरोपलगना वास्तव में चिंता का विषय है। । करवाचौथ काव्रतनहीं
19 सांसदों परमहिलाओं के खिलाफआपराधिककेस